दूरसंचार प्रणालियों का परिचय

दूरसंचार प्रणालियों का परिचय

 वर्तमान समय में मनुष्य के लिए संदेश को एक स्थान से दूसरे स्थान पर भेजने या मनाने के लिए अनेक विधियां उपलब्ध हैं इन विधियों का अध्ययन संचार इंजीनियरिंग के अंतर्गत किया जाता है इनमें मुख्य विधियां टेलीग्राफी, टेलिफोनी, टेलीप्रिंटर ,टेलीमीट्रिक,  फेसीमाइल ,मोबाइल, टेलीविजन, माइक्रोवेव, ऑप्टिकल फाइबर प्रणालियां हैं| इन सभी विधियों में सूचना संचार के लिए विद्युत सिग्नल का उपयोग होता है| जिस उपकरण द्वारा विद्युत सिंगनल का संचार किया जाता है उसे ट्रांसमीटर कहते हैं तथा उपकर द्वारा संचालित विद्युत सिगनलो को प्राप्त कर के मूल सूचना में रूपांतरित किया जाता है, उसे रिसीवर कहते हैं| यदि ट्रांसमीटर तथा रिसीवर को एक दूसरे से तार द्वारा जोड़ दिया जाए तो विद्युत सिंगनल का संचालन तार के माध्यम से होता है साधारण टेलीग्राफी तथा टेलीफोन तार के माध्यम से विद्युत सिग्नल संचालन के उदाहरण हैं |यदि ट्रांसमीटर तथा रिसीवर के बीच कोई तार ना जुड़ा हो तो इस अवस्था में विद्युत सिग्नल संचार को बेतार संचार या रेडियो संचार कहते हैं |प्रणालियों का संक्षिप्त निम्न प्रकार है-

  1. टेलीग्राफी प्रणाली 
  2. टेलिफोनी प्रणाली
  3.  माइक्रोवेव द्वारा कम्युनिकेशन 
  4. फाइबर ऑप्टिक्स डाटा कम्युनिकेशन 
  5. सेटेलाइट कम्युनिकेशन
  6.  मोबाइल कम्युनिकेशन 
  7. डाटा कम्युनिकेशन

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